क्या कहा जाए ?
कैसे समझाया जाए ?
किसे समझाया जाए ?
आज तक निर्धारण न हुआ
जब भी सोच विचार किया
किसी निर्धारण पर
पहुँचने की कोशिश की
असफलता ही हाथ लगी |
किसी निष्कर्ष पर पहुँचाने
से पहले ही
वाद विवाद की स्थिति बनी
यही बात आपस में उलझ कर रह
गई
कोई निष्कर्ष न निकल पाया |
जिसने भी कोशिश की थी
मन मसोस कर रह गया
पर अपनी हार सहन न कर पाया
कोशिश करने से पीछे नहीं हटा
फिर से प्रयत्न किया प्रारम्भ |
आशा सक्सेना