ख्याल तो ख्याल ही है
कोई फर्क नहीं पड़ता
मेरा हो या तुम्हारा
मैं तो इतना जानती हूँ
मेरे ख्याल से ही है वजूद मेरा |
यह बदल भी सकता है
किसी और के विचार सुनने से
जरूरी भी नहीं बदले विचार अपनाने को
मुझे गर्व है अपने पर
जो मेरा मन चाहता वही करना, जो मैंने
सोचा
मैं किसी के हाथ की कठपुतली नहीं
जो चाहे जैसा नचाले मुझको |
मुझे मनमानी करने की आदत हो गई है
सरल नहीं मुझे समझना
यही एक कमी है मुझमें
जिसने मुझे समझा, अपनापन दिया मुझे
वही मेरा अपना हुआ |
मेरा साथ पाकर जीवन में रंग आया उसके
किसी कठिनाई से भयभीत ना होगा
अपने लोगों से मदद मिलती ,यही है सोच
मेरा |
आशा सक्सेना