खुले आसमान में उड़ने के लिए
किसी ने नहीं रोका
वैसे भी वह नहीं चाहती थी कोई व्यवधान
भी किसी कार्य में स्वतंत्रता की कीमत पर |
खाली हाथ लिए घूमती
मन मारती छोटे छोटे कार्यों के लिए
एक मुस्कान के लिए तरसती
जीवन के पल पल में |
अब तो बहुत कठिन है ऊंचाई तक पहुँचना
पर हिम्मत ना हारी मोर्चे पर खड़े रहे
ना ठहरे किसी के रोकने से |
अपने मार्ग पर बढ़ते रहे
सब से अधिक ऊंचाई पर तिरंगा फहराया
फिर आसमा परउड़ चले
बिना किसी के बंधन के