बोया बीज पौधा उगा
जाने कब पेड़ बन गया
कली से फूल
और फिर फल बन गया
यह परिवर्तन कब हुआ
जान नहीं पाया |
रंग बिरंगी तितली
उड़ती फिरती डाल डाल
मकरंद चुरा कर फूलों का
ले जाती जाने कहाँ
यह रंग रूप कहाँ से पाया
जान नहीं पाया |
नन्हां बच्चा
बढते बढते जाने कब
वयस्क हो गया
और फिर बूढा हुआ
परिवर्तन तो देखा
पर कैसे हुआ कब हुआ
अनुभव ही नहीं हुआ |
कब परिवर्तन होते हैं
दिन में या रात में
या सतत होते रहते हैं
प्रकृति के आँचल में
राज न जान पाया |
है यह करिश्मा प्रकृति का
या कोई निर्देश नियति का
इससे भी अनजान रहा
पर उत्सुक हूँ अवश्य
जानना चाहता हूँ
कब होती है प्रक्रिया
तिल तिल बढ़ने की |
आशा