निकली जो आहें दिल
से
पहुंचे यदि तुम तक मत सुनना
मेरे दिल सा तुम्हारा दिल भी टूटे ना
तपती धूप में भी
तुम्हारे पैर कभी जलें ना
तुम्हारे पैर कभी जलें ना
अंधकार में भी भय तुम्हें हो ना
सुकून तुम्हें ना दे पाऊँ
ऐसा कभी हो ना
ऐसा कभी हो ना
मेरे जैसा सोच तुम्हारा
निराशा लिए हो ना
निराशा लिए हो ना
रात्रि में साम्राज्य
अनिद्रा का कभी हो ना
अनिद्रा का कभी हो ना
छू ना पाए कभी उदासी
कांटे भी दामन तुम्हारा
छू पाएं ना
छू पाएं ना
झूटी कसमें झूठे वादों का
भरम तुम्हे हो ना
भरम तुम्हे हो ना
करना ना स्वीकार
कभी ऐसा बंधन
कभी ऐसा बंधन
जो स्वीकार्य तुम्हें हो ना
कारण मेरी उदासी का
खोजना ना
जान भी लो तो कभी
सच मानना ना
सच मानना ना
रख के दूर उसे खुद
से
नृत्य देखना मोर का
नृत्य देखना मोर का
पर उसके आंसुओं पर जाना ना
उसके पैरों में
पायल हैं या नहीं
पायल हैं या नहीं
या कहीं गुम हो गईं सोचना ना
कोयल सी कुहुकती रहना
वन उपवन महकाना
वन उपवन महकाना
दुःख के सागर में खो
आँखें नम ना करना |
आँखें नम ना करना |
आशा