कुछ तो छिपा है
हाथ है किसी का
या है साथ
भीनी भीनी सी
खुशबू किसी की
अक्स या अहसास
है ऐसा अवश्य कोई
जो सब से छिपा है |
वह अदृश्य
अनाम रह कर
सींचता पौधे को
सहारा देता उसे
जड़ें मजबूत होने तक |
है इहलोक बासी
या किसीअन्य लोक से
पर है अवश्य
उसका हिताभिलाषी
बिना किसी प्रलोभन के
जीवन के हर मोड़ पर
साथ खडा है|
साथ खडा है|
आशा