सुनामी सा उनमुक्त कहर
कुछ अधिक ही हानि पहुंचाता
हो निर्भय अंकुश विहीन
स्वच्छंद हो विनाश करता |
निरंकुशता समुन्दर की
है कितनी विनाशकारी
अनुभव कटु करवाती
जब भी तवाही आती |
यही आचरण उसका
ना सामाजिक ना भय क़ानून का
उत्श्रंखलता से लवरेज विचरण
बनता नासूर समाज का
जीना कठिन कर देता |
आम आदमी निरीह सा
ज्यादतियां सहता रहता
यदि किसी ने मुंह खोला
जीना मुहाल होता उसका |
आशा