हो स्याही काजल सी काली
या हो लाल रक्त सी
दिल का कागज़ कोरा न रहेगा
कुछ तो लिखा ही जाएगा |
जो मन को भाएगा
जिसमें भावनाओं का रंग होगा
दिलों का मिलन होगा
शब्दों का
संगम होगा |
प्यार की खुशबू होगी
महफिल में तालियाँ बजेंगी
हौसला
अफजाई होगी
मेरी आवाज
की गूँज होगी |
शायद मुझे गलतफहमी हुई है
कि मैं एक सफल कलाकार हूँ
या है चाह मेरी उड़ने की नीलाम्बर में
किसको पता है चाह कब पूर्ण होगी |
आशा