स्याह काली चूनर पहने
संध्या आई दिल जीतने
हमने भी सौहार्द्र का रुख दिखाया
बड़े प्यार से कालीन बिछाया |
चौमुख दियना महफिल में जलाया
कमरा हुआ जगमग आनेवाले लोगों के लिए
सब थे उत्सुक अपने अपने कलाम
सुनाने के लिए जज्बातों पर टिप्पणी लेने केलिए यह तो एक छोटा सा प्रयास था हिन्दी
लिखित साहित्य में योगदान के लिए |
अपनी सफलता पर मन हुआ प्रसन्ना
देख कर अपना आयोजन
संतुष्टि आई अपनी सफलता पर
यही अपेक्षा थी सबको मुझसे
जिसमें मैं सफल हुई
सब ने आशीष दिया मुझे और हिम्मत बधाई |