रसना रस में पगी
शब्दों में मिठास घुली
आल्हादित मन कर गयी
सुफल सकारथ कर गयी
पर अति मिठास से
कानों में जब मिश्री घुली
पीछे से कोई वार न कर जाए
अति मिठास कडवी लगी
दरारें दिल में दिखीं
तभी जान पाए
महिमा अति की |
सच ही कहा था किसी ने
"अति सर्वत्र वर्ज्यते"
पर तब केवल पढ़ा था
आज उसे देख पाए |
सच ही कहा था किसी ने
"अति सर्वत्र वर्ज्यते"
पर तब केवल पढ़ा था
आज उसे देख पाए |
आशा