खेल को खेल समझा
युद्ध का मैदान नहीं
प्यार का सन्देश समझा
नफरत की दुकान नहीं |
खेल का मैदान था
अहम मैच हो रहा था
स्नेह का सेतु बन रहा था
भाई चारा पनप रहा था |
कोई हारे कोई जीते
बस खेल भावना बनी रहे
दुश्मनी ना हो किसी से
केवल प्यार ही पले |
जीवन का आनंद यही है
खेल भावना फूले फले
यह खेल का मैदान है
यहाँ सौहार्द ही पले |
आशा
युद्ध का मैदान नहीं
प्यार का सन्देश समझा
नफरत की दुकान नहीं |
खेल का मैदान था
अहम मैच हो रहा था
स्नेह का सेतु बन रहा था
भाई चारा पनप रहा था |
कोई हारे कोई जीते
बस खेल भावना बनी रहे
दुश्मनी ना हो किसी से
केवल प्यार ही पले |
जीवन का आनंद यही है
खेल भावना फूले फले
यह खेल का मैदान है
यहाँ सौहार्द ही पले |
आशा