आज अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस है
साल २१ का पहला नेट का त्यौहार है
कोई तो दान करो ए अंतर जाल वालों
मेरा विश्वास करो या नहीं |
मेरी बात को तो मानोंगे
इस वर्ष फिर यह दिवस लौट कर न आएगा
कोई बाध्यता नहीं पर किसी का तो सम्मान करों
दिल से न सही दिखावे के लिए ही सहीं |
यही तो खर्च होगा एक फूल माला
और एक कप चाय या कॉफी प्रति व्यक्ति
फिर अखवारों में यही मुद्दा उछलेगा
क्या क्यों किसलिए जैसे प्रश्न उछलेंगे |
कुछ अनोखा नहीं करना है
महिलाओं का महिमा मंडान करना है
बधाई तो देना ही बनती हैं
दो बधाई और शुभ कामनाएं
आज की कर्मठ महिलाओं को
पाओ प्रशस्ति बहुत सारी |
आशा
शा