कॉपी के कोरे पन्ने
कोरे ही रह गए
मगर कुछ
लिख नहीं पाई |
यत्न तो बहुत किये
पर परिपक्वता
न मिली लेखन को
मेरी नादानी से |
मन विषाद से भरा
असंतोष जगा
भावों को समेट नहीं
पाई
शब्दों के जालक में |
बहुत मन था
कुछ विशेष करने का
सब से हट कर
कुछ लिखने का |
ऐसा न हो पाया
उम्र के तकाजे ने
धोखा दिया अधबीच में
भाग्य साथ न दे
पाया|
स्वास्थ्य ने साथ न दिया
भावों को उड़ान न दे पाई
अभिव्यक्ति कुंठित हुई
खुद भावों में सिमटी रही |
जब आत्म मंथन किया
किसी हद तक
सफल तो हुई पर
उत्तंग शिखर तक ना पहुंची |
जो कमी लेखन
में रही
मैं जान तो गई
फिर भी उससे दूरी
बना न सकी |
बोई बेल को आज तक
परवान न चढाया मैंने
समय पा वह मुरझाई
फल न दे पाई |
कोरे पन्ने कॉपी के
कोरे ही रह गए
मेरी पुस्तिका के
पन्ने सारे भर न पाए |
आशा