तुम्हारा स्नेह और दुलार है
एक गुलदस्ते सा
जिसकी पनाह में पलते
कई प्रकार के पुष्प |
बहुत प्रसन्न रहते
एक साथ घूलमिल कर
कोई नहीं रहता अलग थलग
मानते एक ही परिवार का सदस्य अपने को |
यही बात मुझे अच्छी लगती
उस रंगबिरंगे गुलदस्ते की
सबके साथ एकसा
सामान व्यवहार होता वहां
कोई भेद भाव नहीं आपस में|
वे एक ही बात जानते
वे बने हैं गुलदस्ते के लिए
तभी सब मिलजुल कर रहते
यही गुलदस्ते को देता विशिष्ट स्थान |
मनभावन पुष्पों को माली सजाता
सब को समान रूप से देखता
पुष्पों को रंग के अनुसार सजाता
वह पुष्प चुनने में सहायक होता
मुझे उस में तुम्हारा
ममता भरा चेहरा दीखता
यही आकलन है मेरा तुम में
तुम गुलदस्ते सी हो
परिवार के लिए |
आशा