होती आवश्यकता जब
कोई साथ नहीं देता
यदि कोई कार्य सफल हो जाए
कभी प्रशंसा नहीं करता |
इसी कोशिश में रहता
कहीं तो कमीं दीख जाए
जब कोई कमी दिखाई देती
दिल खोल उसे उजागर करता |
किसी भी काम की कमीं
निकाल उजागर करने में
जो दुश्टानंद उसे मिलता
वही उसका उस दिन का
सकारात्मक कार्य होता |
कभी उसने सोचा नहीं
यदि ऐसी ही घटना
उसके साथ होती तब भी क्या
ऎसी ही प्रतिक्रया उसकी होती |
आशा