जिए जा रहे हैं
मर मर कर जिए जा रहे हैं
जीवन को खींछे जा रहे हैं
जिन्दगी की गाड़ी न थमती
उसे ही ढोना है
आखिर कब तक सहारा देगा
न जाने कब थम जाएगा
कौन जाने क्या होगा
पर हमने हार न मानी है
खून पसीना एक कर
साहस जुटा रहे हैं
हर समस्या का समाधान
जितनी भी कठिनाई आए
कोशिश उसे हल करने की
मन में जुटा रहे हैं
मोर्चा छोड़ नहीं रहे हैं
जीने की इच्छा आहत हुई है
हो गई है बोझ अचानक
उसे ही सहे जा रहे है
एक पहिया हुआ खराब
अब बारी है दूसरे की
जब तक जीना है
कुछ एसा ही सहना है|
आशा