मंजिलें मिले न मिलें
यह अलग बात है
कोशिश में कमी हो
यह तो सही नहीं |
प्रयत्न इतने हों जब
दूरी कभी तो कम हो
है यही गंतव्य मेरा
उस तक पहुँच पाने का |
सफलता पाने के लिए
वहां तक पहुँचाने के लिए
दिन रात कम पड़ जाएं
पर हार का मोंह न देखूं |
यही है अरदास तुमसे
मेरा मनोबल न कम हो
जिससे हो लगाव गहरा
वही पास हो मेरे |
मेरी चाहत है यही
और उद्देश्य मेरा यही
बस वहां तक पहुंचूं
यह है अधिकार मेरा |
दृढ संकल्प पाने के लिए
हर कार्य में सफल रहूँ
यही आशीष देनी मुझे
मनोबल मेरा बढ़ाना
यही है आश मेरी |