तब एक भी समस्या न हुई
|कभी जिन्दगी बेरंग न हुई
जब खुद को सक्षम पाया मैंने
यदि होती दृढ़ता मुझ में तुम में
कोई गला नहीं पकड़ता बिना बात
सारी शिकायतें दूर होती चुटकी में |
जान गई हूँ डरने से कोई लाभ न होता
हिम्मत से तार जुड़ते जाते है
कोई उंगली उठा नहीं सकता
किसी गलत या सही शिकायत पर
बस झटका जरूर लगता है दिल पर |
क्या हमारी इतनी औकात न थी
हमने क्या किया था बता पाते
पर हमारे हाथ में कुछ न था
अब बेकस मजबूर हो कर रह गए थे |
आशा