जज्बा प्रेम का
जुनून उसे पाने का
भय उसे खोने का
कह जाता बहुत कुछ
उसके होने का |
(२)
सारी दुनिया एक तरफ
प्रेम अकेला एक तरफ
फिर भी सबसे शक्तिशाली
दुनिया उसके आगे हारी |
(३)
प्रेम की है परिभाषा
आज के सन्दर्भ में
भोगी ,भोग्या और भोग
बस यही है प्रेम रोग |
(४)
सुंदरता का पैमाना
प्रेम ने नहीं माना
जो केवल मन भाया
अपना उसे बना पाया |
आशा